fathers-day
fathers-day

Father’s day in Hindi : बच्चों की खुशियां खरीदने के लिए एक पिता अपनी सब ख्वाहिशें तक दबा देता हैं इसलिए ही शायद पिता ईश्वर का रूप होते हैं क्योंकि ईश्वर के अलावा दूसरे किसी भी व्यक्ति के अंदर ऐसे गुण कहां से हो सकते हैं। माता-पिता का स्थान भरतीय संस्कृति हमेशा ही ऊपर रहा हैं।  

Father’s Day कब मनाया जाता है

Father’s day in Hindi: वर्तमान में पूरे विश्व में जून के तीसरे रविवार को यह दिवस मनाया जाता है। इस साल पिता को सम्पर्पित यह खास दिन Father’s Day 20 जून 2021 को मनाया जाएगा।

Father's Day 2020 in Hindi
Father’s day 2020 in Hindi :

Father’s Day in Hindi वैसे तो भारतीय संस्कृति में बहुत से दिवस व त्योहार मनाए जाते हैं और इसी क्रम में हर साल जून के तीसरे रविवार को “इंटरनेशनल फादर्स डे” (International Father’s Day) मनाया जाता हैं।
यह हर एक व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक पिता अपने बच्चों के लिए हमेशा तत्पर रहता हैं जितना संभव हो हर खुशी देता हैं। अपना हर फर्ज अदा करता हैं और हमारा भी फर्ज बनता हैं कि साल का यह एक खास दिन तो हम अपने पिता को समर्पित करें। हालांकि उनके त्याग और परिश्रम को चुकाया तो नहीं जा सकता लेकिन हमारा प्रयास रहे कि हम उन्हें यह अहसास तो दिला ही सकते हैं कि उन्होंने हमारे लिए क्या कुछ किया हैं।
Father’s Day in Hindi फादर्स डे वह दिन हैं जब बच्चे अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और अपने पिता को अपनापन महसूस करा सकते हैं ताकि वह अपने बुढ़ापे को सुरक्षित महसूस कर सकें।
पिता को यह महसूस करा सकते हैं कि आज मैं जो कुछ भी हूं वह सिर्फ आप की बदौलत ही हैं आपके बिना कुछ भी संभव नहीं था। Father’s day in Hindi

फादर्स डे क्यों मनाया जाता है?

Father’s Day in Hindi पिता अपने परिवार के लिए प्रतिदिन कार्य करते हैं और उससे जो भी पूंजी प्राप्त होती है, वह परिवार के सुख के लिए लगा देते हैं। यदि आसान शब्दों में कहे तो पिता हमारे परिवार का एक महत्वपूर्ण आधार होता है, जो किसी भी तरह की समस्याओं से लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। पिता के बारे में जितना कहे उतना कम है। पिता परिवार के महत्वपूर्ण सदस्यों में से एक होते हैं। वह अपनी खुशियों का बलिदान देकर अपने बच्चों और परिवार की खुशियों का ध्यान रखते हैं। वह अपने बच्चों से प्यार भी करते हैं और बच्चे गलत कार्य करते हैं तो उन्हें डांटते भी है,  अपने बच्चों के बेहतर भविष्य और ख़ुशी के खातिर वे मेहनत करने से कभी नहीं कतराते हैं। इसलिए हर साल पिता के सम्मान के लिए Father’s Day मनाया जाता है। यह दिवस इसीलिए भी मनाया जाता है क्योंकि जिन लोगों के पिता नहीं होते हैं उन्हें पिता का महत्व तथा उनकी कमी का अनुभव ना हो। जिन लोगों के पिता की मृत्यु हो जाती है वह भी इस दिवस को बड़े अच्छे से मनाते हैं।

Father’s day in Hindi: Father’s Day का इतिहास

Father’s day in Hindi: फादर्स डे मनाने के पीछे इसका एक महत्वपूर्ण इतिहास है. इस दिवस के मनाने का पहला आईडिया सोनोरा लौइस स्मार्ट डोड के दिमाग़ में आया. इन्होने ही पहली बार एक विशेष दिन अपने पिता विलियम स्मार्ट को विशेष रूप से सम्मानित करने की योजना बनायी. चूँकि यह अपने पिता को सम्मान देने की एक नयी प्रणाली थी, जिसमे क्रिएटिविटी को भी स्थान प्राप्त हो रहा था, इस वजह से यह दिन काफ़ी मशहूर हुआ और लोगों ने इस दिवस का मनाना औपचारिक रूप से शुरू किया.

Father’s day in Hindi: सोनोरा ने यह दिवस जून के पहले रविवार को मनाने की योजना बनायी, क्योंकि यह दिवस इनके पिता के जन्मदिवस के क़रीब था. इस तरह से यह दिवस पहली बार 19 जून 1910 को वाशिंगटन के स्पोकेन में मनाया गया. वर्ष 1966 में प्रेसिडेंट लिंडन जॉनसन ने जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे का आयोजन किया. इसके उपरान्त वर्ष 1972 में प्रेसिंडेंट रिचर्ड निक्सन ने फादर्स डे को औपचारिक छुट्टी का दिन घोषित किया.  

Father’s day in Hindi: एक पिता की भूमिका

Father’s day in Hindi : वर्तमान में हम जिन भी सफल व्यक्तियों को देखते हैं तो उनके जीवन की सफलता में एक पिता की भूमिका अपना अहम किरदार निभाती नजर आएगी।
उन सफल व्यक्तियों ने अपने पिता से प्रेरणा प्राप्त कर उनको अपना आदर्श बनाया। और हर सफल व्यक्ति के पीछे का सिर्फ एक ही कारण होता हैं कि उनके पिता ने उन्हें अच्छे संस्कार दिए हैं और वह अच्छे संस्कारों के बीच पला- बड़ा हैं।

Father’s Day in Hindi: यह यह संसार बहुत बड़ा हैं और इसमें भी विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं; पर यह निश्चित रूप से कहा जा सकता हैं कि एक पिता अपने बच्चों के लिए बेहतर से बेहतर कोशिश करता हैं बल्कि अपनी क्षमता से भी बहुत ज्यादा इसलिए पिता तारीफ के काबिल तो होते ही हैं।
Father’s Day in Hindi : जो लोग अपने पिता से शिकायतें और अफसोस जाहिर करते हैं यह वही लोग हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में कभी अपने आपको साबित नहीं किया वरना दुनिया के हर पिता का जीवन बहुत कुछ सीखने योग्य होता हैं।
पिता ही इस दुनिया का एकमात्र ऐसा शख्स हैं जो यह चाहता हैं कि उसके बच्चे उससे भी ज्यादा कामयाबी हासिल करें। उससे भी ज्यादा नाम कमाए और इसके लिए शायद एक पिता को सख्त रूप में भी देखा जा सकता हैं क्योंकि जीवन में अगर आगे बढ़ना हैं तो अनुशासन का सहारा लेना ही पड़ता हैं

कोई व्यक्ति कितना ही बुरा हो लेकिन वह अपनी संतान को अच्छे संस्कार ही देता हैं। और ऐसे में आपको बहुत सारे उदाहरण देखने को मिल जाएंगे कि कोई व्यक्ति कितना ही बुरा, नालायक हो लेकिन जब वह पिता बनता हैं तो अपनी सारी गंदी आदतें छोड़ कर; अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देता हैं। उस पर उन बुरी आदतों का असर नहीं पड़ने देता।

Father’s day in Hindi: फादर्स डे का महत्व

Father’s day in Hindi: समय के साथ आजकल के लोग इतने व्यस्त हो गये हैं, कि अपने सपने के पीछे घर को समय नहीं दे पाते हैं. यद्यपि वे अपने माता पिता से बहुत अधिक प्रेम करते हैं, किन्तु वे अपने प्रेम को दर्शाने का समय नहीं पा सकते है. ऐसे में यह एक दिन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. इस दिन सभी बच्चे अपने पिता के प्रति कृतज्ञता जाहिर करने के लिए या तो औपचारिक छुट्टी लेते हैं, अथवा सरकार की तरफ से स्वयं छुट्टी घोषित की जाती है. इस दिन बच्चे सारा दिन अपने पिता के साथ गुजारते हैं, जिससे उनके बीच आई दूरियां कम हो जाती है. इस दिन बच्चे चाहे विदेश में भी होते हैं, तो इस दिन के बहाने अपने घर वापस आ जाते है. जिस तरह माँ पर मदर्स डे मनाया जाता है और इसका जीवन में अत्यधिक महत्व है, उसी तरह इस दिन का भी महत्व लोगों में बहुत अधिक है, इसलिए लोग फादर्स डे के रूप में इसे सेलिब्रेट करते हैं.

Fathers Day: Theme, Quotes पिता के प्रति पुत्र के कर्तव्य

हर पिता अपने बच्चों के लिए अच्छे से अच्छा करने की कोशिश करता हैं।

बदलते वक्त और जमाने के साथ पिता का स्वरूप भी बदला हैं। और इसी कड़ी में हमेशा गंभीर और कठोर दिखने वाले पिता की जगह;, अब अपने बच्चों के साथ खेलने, मस्ती करने वाले पिता ने ले लिया।
समय के साथ बदलाव होना स्वाभाविक हैं लेकिन एक पिता के कर्तव्य में कोई बदलाव नहीं आया क्योंकि यही हमारी संस्कृति भी रही हैं।

लव यू पापा 💟💟 - Mere papa mere hero | Facebook

और वर्तमान समय में बदलते जमाने और रोजगार की जरूरतों की वजह से आज बहुत से लोग अपने माता पिता से दूर हो गए हैं। ऐसे में हम उन बुजुर्ग कदमों को चाह कर भी सहारा नहीं दे पा रहे। उनका अकेलापन दूर नहीं कर पा रहें। तो मन में एक टिस भर जाती हैं अपनों के प्रति; जो बहुत बेचैन करती हैं।

Father’s day in Hindi : ऐसे में हम उन्हें विभिन्न अवसरों व त्योहारों पर उन्हें समय अवश्य दे सकते हैं।
हालांकि वर्तमान समय में संयुक्त परिवारों के विखंडन से बुजुर्ग माता-पिता की समस्याएं का कई ज्यादा विकराल रूप भी देखा गया हैं।

एक कविता पिता के नाम 

पापा♥️
बहुत दिनों के बाद
आज कविता एक आई है
शायद इतने सालों में यह
पहली बार है पापा
कि आपके लिए
पैन चलाई है…!

सोचा था कुछ बढ़िया सा
लिखकर सुनाएंगे
क्या पता था पन्ने मेरे
शिकायतों से भर जाएंगे..!

शुक्रिया है उसका कि
उसने तुम्हारे यहां जन्म दिया..!
कम से कम उन कुछ लड़कियों की तरह सास कम हमने ना लिया..!

फेंका नही तुम्हे हमे
लड़की जात जानकर..!
दिल खुश है पापा
तुम्हारा ये अहसान जान
कर…!

Read Also : Mother’s Day: Date in India

इतना ही नहीं बहुत सी जोड़ी है तुमने हमारे लिए कमाई..!

आज के जमाने में भी है तुमने दो-दो  बेटियां है पढ़ाई…!

पढ़ाई दी, कपड़े दिए
खाना दिया खाने को..!
थोड़ा सा ज्ञान मेरा
पापा काम तो आने दो…!

कमजोर समझ कर अपनों को
तुम गैरों में बैसाखी ढूंढते रहे..!
हम यहां सहारा देने
पापा आप ही को ढूंढते रहे…!

फूल से हैं भले ही हम
लेकिन
नहीं है नाजुक हम….!
एक बार तो आजमा लो पापा
आपकी इज़्ज़त के चाबुक है…!
इतने बड़े संसार मे ला कर
कहते हो कि आँखे बंद करलो..!
नियत खराब होती है किसी ओर की
और हमसे कहते हो कपड़े बदलो…!

आधे सफर तक तो खूब
बगावत करी आपने सबसे
आधा सफर और है पापा
थोड़ा और सहारा ले लो हमसे…!
एक बार फिर से थोड़ा
समझदार बन जाओ ना पापा
बेटी की शकल वाली को
बेटा मान लो ना पापा…!
कमी नहीं है कोई तुम्हारी बेटी में
खून आपका सा ही तो है मेरी रगों में…!
लड़कों की तरह हमें भी
उबाल आता है लेकिन
हर बार गुस्सा आने पर
हमें क्यों माला थमा दी जाती है…!!

लड़का कम नहीं
लड़की से यह तो
हम मानते हैं
लड़कियां भी लड़का बन सकती है लेकिन क्या आप यह जानते हैं…?

एक बार, बस एक बार
पापा मौका तो दे दो…!
जी खोल कर एक बार
मेरे पंख दे दो
उड़ उड़ कर सारी
खुशियां लाऊंगी पापा
बेटी बनकर आई हूं
बेटा बनकर जाऊँगी पापा….!तो इस बार इस फादर्स डे को सार्थक बनाएं और अपने पिता को यह एहसास दिलाएं कि
आज आप जो कुछ भी हो हैं वह सिर्फ उनकी ही देन हैं।
अगर वह है तो आप हो…!
नहीं तो कुछ भी नहीं..!

ये भी पढ़ें –National Daughters Day: क्या है इसका इतिहास, जानिए विशेष बातें

ये भी पढ़ें – सबसे बड़ा WhatsApp Update! इरीटेटिंग लोगों से छिपाएं अपना लास्ट सीन

You May Also Like

Class 10th & 12th Exam: सीबीएसई ने 10वीं-12वीं की परीक्षा को लेकर लिया ये बड़ा फैसला

Table of Contents Hide इन छात्रों को होगा फायदा Class 10th, 12th…

Rishi Parashara: पाराशर ऋषि ने अपनी पुत्री के साथ किया….

पाराशर ऋषि भगवान शिव के अनन्य उपासक थे। उन्हें अपनी मां से पता चला कि उनके पिता तथा भाइयों का राक्षसों ने वध कर दिया। उस समय पाराशर गर्भ में थे। उन्हें यह भी बताया गया कि यह सब विश्वामित्र के श्राप के कारण ही राक्षसों ने किया। तब तो वह आग बबूला हो उठे। अपने पिता तथा भाइयों के यूं किए वध का बदला लेने का निश्चय कर लिया। इसके लिए भगवान शिव से प्रार्थना कर आशीर्वाद भी मांग लिया।

भगवान कौन है?[Bhagwan Kaun Hai]: संत रामपाल जी भगवान है।

Table of Contents Hide भगवान कौन है? दो शक्तियां- सत्य पुरुष और…

Marne Ke Baad Kya Hota Hai: स्वर्ग के बाद इस लोक में जाती है आत्मा!

Table of Contents Hide Marne Ke Baad Kya Hota Hai: मौत के…