Ayodhya Ram Mandir: मन्दिर 235 फीट चौड़ा, 360 फीट लंबा और 161 फीट ऊंचा होगा
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर अयोध्या में राम जन्मभूमि के स्थान पर बनाया जा रहा एक हिन्दू मन्दिर है जहाँ मान्यताओं के अनुसार, हिन्दू धर्म के भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्रीराम का जन्मस्थान है। मन्दिर निर्माण की पर्यवेक्षण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कर रहा है।
5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधान मन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमिपूजन अनुष्ठान किया गया था और Ayodhya Ram Mandir मन्दिर का निर्माण आरम्भ हुआ था। मन्दिर का निर्माण सोमपुरा परिवार द्वारा किया जा रहा है, जो भारत के प्रसिद्ध वास्तुकार हैं। मन्दिर की डिज़ाइन नागर शैली की वास्तुकला के बाद बनाई गई है, जो भारतीय मंदिर वास्तुकला के प्रकारों में से एक है।
मन्दिर 235 फीट चौड़ा, 360 फीट लंबा और 161 फीट ऊंचा होगा। मन्दिर में एक विशाल गर्भगृह होगा, जहाँ भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। गर्भगृह के ऊपर एक विशाल शिखर होगा, जो 100 फीट ऊंचा होगा। मन्दिर के चारों ओर एक विशाल परिसर होगा, जिसमें एक विशाल धर्मशाला, एक पुस्तकालय और एक संग्रहालय होगा।
मन्दिर का निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। Ayodhya Ram Mandir मन्दिर का निर्माण भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। यह मंदिर हिन्दू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक होगा।
Ayodhya Ram Mandir राम मंदिraर का निर्माण भारत के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और राजनीतिक घटना है। यह मंदिर हिन्दू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक होगा, और यह भारत की एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- स्थान: Ayodhya Ram Mandir मंदिर अयोध्या में राम जन्मभूमि के स्थान पर बनाया जा रहा है, जहाँ मान्यताओं के अनुसार, हिन्दू धर्म के भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था।
- आकार: Ayodhya Ram Mandir मंदिर 235 फीट चौड़ा, 360 फीट लंबा और 161 फीट ऊंचा होगा।
- शैली: मंदिर की डिज़ाइन नागर शैली की वास्तुकला के बाद बनाई गई है, जो भारतीय मंदिर वास्तुकला के प्रकारों में से एक है।
- सामग्री: Ayodhya Ram Mandir मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया जा रहा है।
- मुख्य गर्भगृह: Ayodhya Ram Mandir मंदिर में एक विशाल गर्भगृह होगा, जहाँ भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। गर्भगृह के ऊपर एक विशाल शिखर होगा, जो 100 फीट ऊंचा होगा।
- परिसर: मंदिर के चारों ओर एक विशाल परिसर होगा, जिसमें एक विशाल धर्मशाला, एक पुस्तकालय और एक संग्रहालय होगा।
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Ayodhya Ram Mandir: मंदिर की कुछ अन्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- मंदिर में 5 मंडप होंगे, जिनका नाम नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप होगा।
- खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं।
- Ayodhya Ram Mandir मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से, 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से होगा।
- परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति व भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण होगा उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा, व दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा।
- मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप विद्यमान रहेगा।
- Ayodhya Ram Mandir मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी व ऋषिपत्नी देवी अहिल्या को समर्पित होंगे।
- दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है एवं तथा वहां जटायु प्रतिमा की स्थापना की गई है।
Ayodhya Ram Mandir मंदिर के निर्माण में लगभग 1000 श्रमिक कार्यरत हैं। मंदिर के निर्माण में 3000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मंदिर का निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।