World Population Day: आज के समय में पूरी दुनियां की जनसंख्या काफी बढ़ती हुई नजर आ रही है। जब पृथ्वी पर रहने वाले व्यक्तियों की संख्या आवश्यकता से अधिक हो जाता है तो इसे जनसंख्या वृद्धि कहते हैं। विश्व स्तर पर बढ़ती जनसंख्या विकासशील देशों में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बन चुकी है।
World Population Day: विश्व जनसंख्या दिवस 2023 का विषय है ‘ लैंगिक समानता की शक्ति को उजागर करना : हमारी दुनिया की अनंत संभावनाओं को अनलॉक करने के लिए महिलाओं और लड़कियों की आवाज को ऊपर उठाना’।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विषय के बारे में बोलते हुए कहा, “लिंग आधारित भेदभाव महिलाओं, लड़कियों, पुरुषों और लड़कों – सभी को नुकसान पहुँचाता है। महिलाओं में निवेश करने से सभी लोगों, समुदायों और देशों का उत्थान होता है।”
World Population Day: 11 जुलाई को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं ताकि जनता इसके प्रति जागरूक हो सके और जनसंख्या पर नियंत्रित पाया जा सके। जनसंख्या वृद्धि विश्व के कई देशों में एक बड़ी समस्या के रूप में उभर कर आई हैं; खासकर विकासशील देशों में जनसंख्या विस्फोट एक गहरी चिंता का विषय हैं।ऐसे में आज हम World Population Day के उपलक्ष पर कुछ स्लोगन लेकर आए हैं। आप उन स्लोगनों को अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को भेज सकें ताकि समाज में जनसंख्या के प्रति जागरूकता आए:-हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, छोटे परिवार में ही हैं सबकी भलाई।
World Population Day: जब विश्व जनसंख्या 5 अरब से भी अधिक हो गई थी तब लोगों को जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए प्रेरित करने के लिए 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया। संयुक्त राष्ट्र विकास समिति की आम सभा ने 11 जुलाई सन 1989 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला लिया और आज इसी दिन के उपलक्ष में हम आपको जनसंख्या से जुड़े कुछ तथ्य बताने जा रहे है
World Population Day: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की आधी आबादी सिर्फ 9 देशों में ही रहती हैं। और आपको बता दें कि यूएन का अनुमान भी हैं कि 2017 से 2050 तक भारत, नाइजीरिया, कांगो का लोकतांत्रिक गणराज्य, पाकिस्ता, इथोपिया, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका तंजानिया व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, युगांडा और इंडोनेशिया में जनसंख्या वृद्धि दर तेजी से बढ़ेगी और इसी अनुमान के अनुसार अफ्रीका की आबादी भी 2050 तक दोगुनी हो जाएगी।11 जुलाई 1987 को 5 बिलियन दिवस सार्वजनिक हित से प्रेरित था जिसकी अनुमानित तारीख पर दुनिया की आबादी 5 अरब तक पहुंच गई।
विश्व जनसंख्या दिवस का उद्देश्य हैं कि विभिन्न जनसंख्या मुद्दों पर समाज के लोगों की जागरूकता बढ़ाना।जैसे:- 1. परिवार नियोजन की समस्या 2. लिंग समानता व गरीबी (एक मुख्य समस्या) 3. मातृ स्वास्थ्य की समस्या वशेषकर महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करना।4. मानव अधिकारों का महत्व।
ये भी पढ़ें – International Day of Yoga: 21 जून को ही क्यों -योग दिवस? जानिए इतिहास
ये भी पढ़ें – Insta App Threads: Twitter की टक्कर में Insta App Threads लॉन्च
World Population Day: विश्व जनसंख्या दिवस 2023 के बारे में बात करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा, “दुनिया की आबादी को 1 बिलियन तक बढ़ने में सैकड़ों हजारों साल लग गए – फिर लगभग 200 वर्षों में, यह सात गुना बढ़ गई। 2011 में, वैश्विक जनसंख्या 7 बिलियन के आंकड़े तक पहुंच गई, 2021 में यह लगभग 7.9 बिलियन हो गई है, और 2030 में इसके बढ़कर लगभग 8.5 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2100 में 10.9 बिलियन होने की उम्मीद है।
इस नाटकीय वृद्धि को प्रेरित किया गया है बड़े पैमाने पर प्रजनन आयु तक जीवित रहने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि के कारण, प्रजनन दर में बड़े बदलाव, शहरीकरण में वृद्धि और प्रवासन में तेजी आई है। इन रुझानों का आने वाली पीढ़ियों पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।”
World Population Day: जनसंख्या में वृद्धि होना किसी भी देश के लिए सही नहीं है। और इस समय भारत एवं चीन की जनसंख्या पूरे विश्व भर में सबसे अधिक है। जनसंख्या वृद्धि का सबसे प्रमुख कारण जन्म दर एवं मृत्यु दर में अनियमितता है। इस समय भारत देश में और विश्व भर में मृत्यु दर की अपेक्षा जन्म दर अधिक है जिसके कारण जनसंख्या वृद्धि हो रही है।
जन्म दर अधिक होने का भी प्रमुख कारण, बाल विवाह, पुत्र की इच्छा में अधिक बच्चे पैदा करना, अशिक्षा इत्यादि है। यदि विश्व के लोग ज्यादा से ज्यादा शिक्षित होंगे तो वह जनसंख्या वृद्धि के कारणों को समझ पाएंगे और जन्म दर भी कम होगा।
World Population Day: पूरे विश्व भर में जेंट्स विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का यही उद्देश्य है कि जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सके।जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाने के कुछ उपाय हैं जो हम आपको बताने जा रहे हैं –
World Population Day: महिलाओं को शिक्षित करके जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सकता है क्योंकि यदि महिलाएं शिक्षित होंगी तो उन्हें जानकारी होगी की कितने बच्चे कितने समय पर होने चाहिए।
यदि सभी परिवार केवल 2 बच्चे पैदा करें तो इससे भी जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके लिए एक कहावत भी है कि “दो बच्चे मीठी खीर उससे ज्यादा बवासीर”।
ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार नियोजन व जनसंख्या के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुकता पैदा करना –
World Population Day: आज भी कई देश और गांव ऐसे हैं जहां पर बाल विवाह का प्रचलन है यदि बाल विवाह को खत्म कर दिया जाए तो भी जनसंख्या वृद्धि कम हो सकती है। बाल विवाह के कारण महिलाओं में 14 वर्ष की उम्र से 40 वर्ष तक की उम्र तक बच्चे पैदा करने की क्षमता उत्पन्न हो जाती है जिससे जनसंख्या वृद्धि होती है।
गोविंदा के मैनेजर शशि सिन्हा ने बताया कि अभिनेता अपनी रिवॉल्वर को केस में रख…
Indian Army Day in Hindi: 15 जनवरी का दिन भारत के लिए अहम दिन होता…
National Youth Day: राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) National Youth Day: हर वर्ष…
Gadi Ke Number Se Malik Ka Name गाड़ी नंबर से मालिक यहां से घर बैठे…
Kabir Saheb Nirvan Divas: कबीर परमेश्वर निर्वाण दिवस: यह परमात्मा की ही दया है कि…
Makar Sankranti Hindi: हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति त्योहार का बहुत ही ज्यादा महत्व है. इस…
This website uses cookies.