Shamsher Singh Dahiya News: हरियाणा की मनोहर सरकार ने इस साल के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को भ्रष्टाचार पर एक और बड़ी चोट की है। भ्रष्टाचार के मामले में जेल सुपरिटेंडेंट शमशेर सिंह दहिया को सस्पेंड किया गया है।
हिसार सेंट्रल जेल के अधीक्षक शमशेर सिंह दहिया को सस्पेंड कर दिया गया। जेल में बंद कैदी से 5 लाख रुपए मांगने के आरोपों की जांच के बाद गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने दहिया को निलंबित करने के आदेश जारी किए। इससे पहले भी शमशेर सिंह दहिया पर कई आरोप लगे हुए हैं संत रामपाल जी महाराज से भी इन्होंने ₹500000 मांगे थे लेकिन उन्होंने नहीं दिए। यौन उत्पीड़न जैसे आरोप भी इन पर लगे हुए हैं। बहुत समय बाद इन पर कोई कार्यवाही हुई है जो बहुत पहले हो जानी चाहिए थी।
Shamsher Singh Dahiya News सेंट्रल जेल हिसार में बंद कैदी से 5 लाख रुपए मांगने के मामले में मानवाधिकार आयोग व हाईकोर्ट के निर्देशों पर हिसार एडीजे वीपी सिरोही की रिपोर्ट के आधार पर जेलर शमशेर सिंह दहिया को अब निलंबित किया गया है।
यह मामला पिछले कई दिनों से लटका हुआ था। बताते हैं कि मामले को दबाने की भी कोशिश हुई लेकिन राज्य की मनोहर सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम से दहिया बच नहीं पाया। आरोप हैं कि दहिया की पोस्टिंग जब हिसार जेल-। में बतौर जेल अधीक्षक थी
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मानवाधिकार आयोग कर रहा है कार्यवाही
Shamsher Singh Dahiya News: मानवाधिकार आयोग ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हिसार के एडीजे को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा। एडीजे ने अपनी जांच रिपोर्ट में शमशेर दहिया पर लगे आरोपों की पुष्टि की। यह रिपोर्ट मानवाधकिार आयोग पहुंची। इसके बाद मानवाधिकार आयोग ने सरकार को दहिया के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की। गृह सचिव ने शुक्रवार को शमशेर दहिया को निलंबित करने के आदेश दिए।
Shamsher Singh Dahiya News: शमशेर सिंह दहिया को कुछ साल पहले हिसार से पंचकूला मुख्यालय शिफ्ट किया गया था। निलंबन के कारण भी उनका मुख्यालय पंचकूला ही रहेगा।
वहीं इस मामले में शमशेर सिंह दहिया का कहना है कि मैंने किसी से भी एक भी पैसा न तो लिया है और न ही मांगा है। उन्हें तो इस मामले का अभी मीडिया से ही पता चला है। उन्हें हिसार से ट्रांसफर हुए दो साल हो चुके हैं। इस मामले में उनका पक्ष तक जाना ही नहीं गया है। दहिया के अनुसार, उनको तो जांच में शामिल तक नहीं किया गया है।
वहीं दूसरी ओर, रेवाड़ी के जेल अधीक्षक अनिल कुमार पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। विजिलेंस द्वारा इस मामले में जेल स्टॉफ के एक व्यक्ति को एक लाख रुपये की रिश्वत के मामले में रंगे-हाथों गिरफ्तार किया हुआ है। विजिलेंस अनिल कुमार को गिरफ्तार करने के लिए भी उनके आवास पर दबिश दे चुकी है लेकिन वह फरार है। इस बाबत विजिलेंस ब्यूरो नोटिस भी जारी कर चुका है। बहरहाल, भ्रष्टाचार के खिलाफ मनोहर सरकार द्वारा की गई इस कड़ी कार्रवाई से पूरे महकमे में हड़कंप है।
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