Divya Dharm Yagya Diwas

Divya Dharm Yagya Diwas 2023: दिव्य धर्म यज्ञ दिवस आज से सत्संग कबीर परमेश्वर जी ने काशी शहर में 1800000 साधु-संतों को भोजन करवाया था इसी के उपलक्ष में इस बार 7,8,9 नवंबर को विशाल भंडारे का आयोजन संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में किया जा रहा है।

जब पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी आज से 600 वर्ष पूर्व इस धरती पर प्रकट हुए तथा लोगों को सतभक्ति देकर अनेकों सुख प्रदान किए थे। तब परमेश्वर को हम जीवात्माओं के समक्ष स्वयं परमेश्वर सिद्ध करने के लिए अनेकों लीलाएं व चमत्कार करने पड़े।

काशी नगर में तीन दिवसीय अखंड भंडारे (Divya Dharm Yagya Diwas) का आयोजन कर 18 लाख साधु-महात्माओं को चौबीसों घण्टे मोहन भोजन करवाया। इसी उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अद्भुत भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इसकी पूरी जानकारी के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहे, पूरा आर्टिकल पढ़े और शेयर करें।

दिव्य धर्म यज्ञ दिवस क्या है और कब है ?

Divya Dharm Yagya Diwas 2022: विक्रमीं संवत 1570 (सन 1513) में परमेश्वर कबीर जी ने काशी (उ•प्र•) में 18 लाख साधु संतों को भंडारा करवाया था जो 3 दिन तक कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष को प्रारंभ हुआ था मंगसर (माघशीर्ष) की कृष्ण पक्ष एकम(प्रथमा) को सम्पन्न हुआ था।
जब भी धार्मिक कार्यक्रमों और भंडारों के नाम सुने जाते हैं साधु- महात्माओं की आवाजाही की गूंज हमारे कानों में सुनाई पड़ती है। ऐसा ही एक अद्भुत कार्यक्रम जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के पावन सानिध्य में 7 नवंबर से 9 नवंबर 2022 तक आयोजित किया जा रहा है।

इस विशाल धर्म भंडारे में तीन दिनों तक संत गरीबदास जी महाराज जी की अमरवाणी का अखंड पाठ व अखंड ज्योति यज्ञ किया जाएगा। जिसमें संपूर्ण विश्व को इस धर्म यज्ञ में सम्मिलित होने का न्यौता दिया गया हैं। इच्छुक श्रद्धालु अपने नजदीकी सतलोक आश्रम में उपस्थित होकर इस दिव्य धर्म यज्ञ का लाभ उठा सकते है।

विश्व का सबसे बड़ा भंडारा कहां मनाया जा रहा है?

संत रामपाल जी महाराज के सतलोक आश्रम में मनाया जाएगा यह पर्व केशव बंजारे का रुप बदलकर आए कबीर परमेश्वर जी ने 18 लाख महात्माओं को विश्वविख्यात काशी नगर में धार्मिक भंडारा करवाकर भोजन करा दिया था। आज वही दिव्य धर्म भंडारा संत रामपाल जी महाराज जी के संचालन में देश के नौ सतलोक आश्रमों में किया जा रहा है। निम्न आश्रमों में यह विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

  • सतलोक आश्रम, धुरी, पंजाब
  • सतलोक आश्रम, मुंडका दिल्ली
  • सतलोक आश्रम, रोहतक, हरियाणा
  • सतलोक आश्रम, खमाणो, पंजाब
  • सतलोक आश्रम, सोजत, राजस्थान
  • सतलोक आश्रम, भिवानी, हरियाणा
  • सतलोक आश्रम, शामली, उत्तरप्रदेश
  • सतलोक आश्रम, कुरूक्षेत्र, हरियाणा
  • सतलोक आश्रम, इन्दौर, मध्य प्रदेश

Divya Dharm Yagya Diwas 2022: दिव्य धर्म भंडारे की वास्तविक कथा?

Divya Dharm Yagya Diwas 2022: कबीर परमेश्वर द्वारा काशी शहर में अद्भुत भंडारा कराना: आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व जब पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी पवित्र काशी नगर में अवतरित हुए थे। तब दिल्ली के बादशाह सिकंदर लोदी के पीर शेखतकी व अन्य धार्मिक मुल्ला काजी कबीर जी से अत्यधिक ईर्ष्या करते थे। उन्होंने ईर्ष्यावश कबीर साहेब को काशी से भगाने के लिए उनके नाम का झूठा निमंत्रण पत्र पूरे भारतवर्ष में प्रचारित कर दिया।

■ यह भी पढ़ें: दिव्य धर्म यज्ञ दिवस 2022: तिथि, उत्सव, घटनाएँ, इतिहास

निमंत्रण पत्र में लिखा की कबीर पुत्र नीरू काशी में तीन दिन तक भंडारा (लंगर) करेगा। भोजन करने वाले को प्रत्येक बार भंडारा करने पर एक मोहर (स्वर्ण मुद्रा) व एक दोहर (कंबल) दिया जायेगा। भोजन में सात प्रकार की मिठाई, खीर, पूरी, हलवा, दही बड़े, आदि मिष्ठान बनाए जायेंगे। भंडारे में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुखा सीधा भी दिया जायेगा। यह निमंत्रण पाकर दूर दूर से साधु संत आने लगे।

देशी घी से बने स्वादिष्ट मिष्ठानों का लगेगा भोग


Divya Dharm Yagya Diwas 2022: इस दिव्य धर्म भंडारे में लाखों की संख्या में आने वाले साधु महात्माओ के लिए खुला भंडारा आयोजित किया जाएगा। देश के नौ आश्रमों में बाहर से आने वाले प्रभु प्रेमी आत्माओं के लिए भंडारे में स्वादिष्ट भोजन बनाएं जायेंगे जिसे परमेश्वर को भोग लगाकर प्रशादी रुप में वितरित किया जायेगा। जो की देशी घी से निर्मित होंगे।

लड्डू व जलेबी प्रसाद: 7 से 9 नवंबर तक चलने वाले इस दिव्य कार्यक्रम में देशी घी से निर्मित लड्डू, जलेबी वा अन्य पकवान बनाएं जायेंगे जो शुद्ध देसी घी के कढ़ाहे में हलवाई सेवादारों के द्वारा बड़ी संख्या में आने वाले साधु संतों के लिए अधिक मात्रा में बनाया जायगा।
हलवा प्रसाद: इस विशाल समागम में शामिल होने वाले संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाइयों वा अन्य साधू महात्माओं के लिए विशेष शुद्ध देसी घी से निर्मित हलुआ प्रशाद वितरित किया जायेगा । जो की वहा के हलवाई सेवादारों द्वारा शुद्ध कढ़ाहो में शुद्ध घी से बनाया जाता है, जिस प्रशाद को प्राप्त करने हेतु श्रुधालु बड़ी दूर- दूर से आकर समागम में सम्मिलित होते हैं

■ यह भी पढ़ें: संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा कैसे ले सकते हैं?

Divya Dharm Yagya Diwas 2022: 509वां दिव्य धर्म यज्ञ दिवस

आज से लगभग 509 वर्ष पूर्व कपड़ा बुनकर आजीविका चलाने वाले परमेश्वर कबीर बंदी छोड़ जी ने तीन दिन तक 18 लाख लोगों को भंडारा कराया था। जिसे दिव्य धर्म यज्ञ दिवस के नाम से जाना जाता है। इसी के उपलक्ष्य में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में 7, 8 व 9 नवंबर 2022 को तीन दिवसीय दिव्य धर्म यज्ञ दिवस (विशाल धर्म भंडारे) का आयोजन किया जा रहा है।

जिसमे संत गरीब दास जी महाराज की अमरवाणी का तिन दिवसीय अखंड पाठ, विशाल भंडारा, रक्त दान शिविर व निःशुल्क नाम दीक्षा का आयोजन किया जायेगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय विशाल भंडारे में आप सभी सह-परिवार सादर आमंत्रित है। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आप साधना चैनल और पॉपकॉर्न मूवीज चैनल पर दिनांक 9 नवंबर 2022 को सुबह 09:00 बजे से देख सकते हैं। इसको आप सोशल मीडिया पर भी लाइव देख सकते हैं।

इंग्लिश में पढ़े : Divya Dharm Yagya Diwas 2022: Date, Celebration & History


Facebook: Spiritual Leader Saint Rampal Ji
Youtube: Sant Rampal Ji Maharaj & Satlok Ashram
Twitter: @SaintRampalJiM


You May Also Like

Class 10th & 12th Exam: सीबीएसई ने 10वीं-12वीं की परीक्षा को लेकर लिया ये बड़ा फैसला

Table of Contents Hide इन छात्रों को होगा फायदा Class 10th, 12th…

Rishi Parashara: पाराशर ऋषि ने अपनी पुत्री के साथ किया….

पाराशर ऋषि भगवान शिव के अनन्य उपासक थे। उन्हें अपनी मां से पता चला कि उनके पिता तथा भाइयों का राक्षसों ने वध कर दिया। उस समय पाराशर गर्भ में थे। उन्हें यह भी बताया गया कि यह सब विश्वामित्र के श्राप के कारण ही राक्षसों ने किया। तब तो वह आग बबूला हो उठे। अपने पिता तथा भाइयों के यूं किए वध का बदला लेने का निश्चय कर लिया। इसके लिए भगवान शिव से प्रार्थना कर आशीर्वाद भी मांग लिया।

भगवान कौन है?[Bhagwan Kaun Hai]: संत रामपाल जी भगवान है।

Table of Contents Hide भगवान कौन है? दो शक्तियां- सत्य पुरुष और…

Marne Ke Baad Kya Hota Hai: स्वर्ग के बाद इस लोक में जाती है आत्मा!

Table of Contents Hide Marne Ke Baad Kya Hota Hai: मौत के…