Updated 27 dec | 4:30 pm
Marne Ke Baad Kya Hota Hai मृत्यु एक शाश्वत सत्य है जिनका जन्म हुआ है। उनकी मृत्यु भी अवश्य होगी। इस ब्रह्मांड में कोई भी अमर नहीं है सभी नाशवान है।
न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के हो। यह शरीर पांच तत्वों से बना है- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश। एक दिन यह शरीर इन्हीं पांच तत्वों में विलीन हो जाएगा।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai : जब हम मरते हैं तो हमारा शरीर के साथ क्या होता है। हमारी आत्मा कहां रहती है। अगर हम थोड़े धार्मिक हैं तो हम यह कहते हैं कि मरने के बाद स्वर्ग या नरक जाएंगे अगर अच्छे कर्म किए हैं तो स्वर्ग में जाएंगे बुरे कर्म किए हैं तो नरक में जाएंगे। तो जानते हैं मौत के बाद का अनुभव कैसा होता है?
सच तो यह है कि आत्मा कभी भी नष्ट नहीं होती है वह शरीर को छोड़कर जाती है और उसके कर्मों के अनुसार धर्मराज के दरबार में उसका हिसाब उसका लेखा-जोखा होता है। फिर वह स्वर्ग और नर्क में अपने कर्म भोग कर फिर वापस 8400000 योनियों में आ जाती है। हमें 8400000 योनियों के बाद एक बार मनुष्य जन्म प्राप्त होता है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai : हम आपको एक किस्सा बताते हैं जिसके माध्यम से आप समझ सकते हैं गे की मृत्यु के बाद कैसा अनुभव होता है।
यह घटना 2011 की है। 57 वर्षीय एक पुरुष जो कि इंग्लैंड में रहते थे। वह एक सरकारी अस्पताल में भर्ती थे। चिकित्सा कर्मी उनके पेशाब के रास्ते से कैथेटर डालने की कोशिश कर रहे थे। तभी अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया और ऑक्सीजन की कमी होने के कारण उनकी मौत हो गई।
लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि अस्पताल के उस कमरे में उसके बाद क्या हुआ। मृत व्यक्ति को जीवित करने के लिए डॉक्टर ने उन्हें बिजली का झटका देना शुरू किया। इस दौरान मृत व्यक्ति को आवाज भी आ रही थी कि मरीज को झटका दो। इसी दौरान मरीज को एक औरत छत के रास्ते से बाहर ले जाना चाह रही थी और उनका बेजान शरीर उस लड़की के साथ जा रहा था। वह आदमी याद करते हुए बताते हैं कि मुझे ऐसा लगता है कि वह मुझे जानती है मुझे भी उस पर पूरा भरोसा है।
इसी वजह मैं उसके साथ आराम से जा रहा हूं। मुझे लगा कि वह किसी वजह से यहां आई है लेकिन वह वजह क्या है। यह मुझे मालूम नहीं था। अगले ही पल मैंने नीचे खुद को पडा हुआ देखा। नर्स और एक गंजे शख्स को भी देखा।Marne Ke Baad Kya Hota Hai
Marne Ke Baad Kya Hota Hai : इन्होंने जो बातें बताई थी डॉक्टर के अनुसार उनके मरने के बाद उस रूम में जो कुछ हुआ वह उस व्यक्ति को याद था जबकि तकनीकी तौर पर वह मर चुके थे।
उनकी हृदय की गति बंद हो गई थी उनके दिमाग में खून नहीं पहुंच रहा था फिर यह स्थिति होती है तब तकनीकी तौर पर व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है फिर भी उन्हें सब कुछ याद था यह उनकी मौत के बाद का अनुभव था। डॉक्टर की कोशिश के बाद उनमें जीवन लौट आया। तब उन्होंने यह सब बातें बताई।
इनके अलावा भी कई ऐसे लोग हैं जो मौत के बाद वापस जिंदा हो जाते हैं इसमें अधिकतर हार्ट पेशेंट होते हैं जिन्हें डॉक्टर मृत्यु के करीब से वापस खींच लाते हैं और वह लोग अपना मृत्यु के बाद का अनुभव सांझा करते हैं।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai : जो व्यक्ति दान धर्म नहीं करते हैं। मनुष्य जन्म में बुरे कर्म करते हैं। वह नरक में जाते हैं। जो आन उपासना करते हैं। भूत प्रेत को पूछते हैं वह भूत प्रेत ही बनकर भटकते रहते हैं या किसी की कोई इच्छा बाकी रह जाती है तो वह भटकता रहता है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: हर जीव के शरीर में आत्मा होती है। जब आत्मा शरीर को छोड़ देती है तो वह शरीर मर जाता है उसे मृत कहा जाता है। जीव का अस्तित्व समाप्त हो जाता है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai : शरीर और आत्मा में अंतर?
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: शरीर और आत्मा में विशेष अंतर होता है शरीर पांच तत्वों से बना एक पुतला होता है। इसके अंदर आत्मा प्रदेश होती है शरीर से आत्मा निकल जाती है तो शरीर मृत हो जाता है। उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है आत्मा के बिना शरीर का कोई अस्तित्व नहीं है। आत्मा अजर व अमर है।
आत्मा एक शरीर से निकलकर समयानुसार दूसरे शरीर में प्रवेश कर जाती है। उसे नया शरीर मिल जाता है और इस दुनिया में इसी तरह आत्मा की गति रहती है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: हिंदू संतों के सत्संग में सुना है मरने के बाद आत्मा ऊपर धर्मराज के दरबार में जाती है। वहां मरने वाले मनुष्य की जीवो की लाइन लगी रहती है। उसमें आत्मा लग जाती है जो उसका नंबर आता है। तब उसके कर्मों का लेखा जोखा होता है और उसके आधार से उसे स्वर्ग या नरक या अन्य योनि में भेज दिया जाता है। यह सब कार्य जब ऊपर होता है तब तक आत्मा भटकती रहती है। वह अपने घर के आस-पास भी आती है। यह समय 12 दिन का होता है 12 दिन तक आत्मा घर के आस पास रहती है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: शरीर के आधार पर देखा जाए तो मौत शरीर का आखिरी पड़ाव होता है। शरीर समाप्त हो जाता है उसका कोई अस्तित्व नहीं रहता है।
लेकिन यह आत्मा का आखिरी पड़ाव नहीं होता है। आत्मा अलग-अलग शरीर धारण करती रहती है। अपने कर्मों के आधार पर स्वर्ग, नरक और 8400000 योनियों में घूमती रहती है।
ये भी पढ़ें – International Friendship Day
ये भी पढ़ें – 7 Benifits of Lemon
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: बिल्कुल भी नहीं। यह पूरी तरह से मनगढ़ंत बात है क्योंकि सामान्य तौर पर यह मुमकिन नहीं है। मौत के बाद बाल या उंगलियों के नाखून या शरीर के कोई भी अंग का विकास कुछ भी नहीं होता है क्योंकि मौत के बाद नई कोशिकाओं का निर्माण नहीं होता है। हमारा शरीर की कोशिकाएं सब मर जाता है। कोई भी पदार्थ ग्रहण करने की क्षमता खो देता है। इसीलिए किसी किस्म के कोशिका वृद्धि संभव नहीं है।
Kalyug Ka Ant: कलयुग का अंत कब और कैसे होगा जानिए
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: स्वर्ग एक रेस्टोरेंट, यह हेडिंग आपको बहुत ही अलग लग रही होगी लेकिन यही सच है कि स्वर्ग एक रेस्टोरेंट है। कहने का मतलब है कि मनुष्य जीवन में हम जैसे कर्म करते हैं। अच्छे या बुरे जो हम अच्छे कर्म करते हैं। मरने के बाद अच्छे कर्मों का फल हमें स्वर्ग में मिलता है जैसे रेस्टोरेंट्स होता है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: वहां हर सुविधा उपलब्ध होती है हमें हर वस्तु समय से और बहुत ही अच्छी वस्तु मिलती है। लेकिन उस सब की कीमत हम ही अदा कर रहे होते हैं रेस्टोरेंट में हम पैसे देते हैं। तब हमें सुविधाएं मिलती हैं इसी तरह जब मनुष्य स्वर्ग में जाता है। अच्छे कर्म रूपी पूंजी जमा कर ली जाती है।
तब उसे स्वर्ग में सुख सुविधाएं उपलब्ध होती है। जब उसके अच्छे कर्म पुण्य समाप्त हो जाता है तब उसे स्वर्ग से बाहर निकाल दिया जाता है ।स्वर्ग में जाना मोक्ष प्राप्ति नहीं है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: नरक क्या है? क्या बुरा बुरे कर्म करने वाला मनुष्य नरक में जाता है? यह सवाल आपकी भी दिमाग में बार-बार आते होंगे। आइए इनका जवाब जानते हैं।
हिंदू धर्म में यह सुना गया है कि मनुष्य जीवन में जो अच्छे कर्म करता है। वह स्वर्ग रूपी रेस्टोरेंट में जाता है और जो बुरे कर्म करता है। शराब, गुटका व तंबाकू इनका सेवन करता है, महिलाओं को गलत नजर से देखता है और बलात्कार करते हैं। रिश्वत लेते हैं, चोरी करते हैं, ऐसे सभी बुरे कर्म करने वाले मनुष्य नरक में जाते हैं।
जितने अधिक बुरे कर्म होते हैं उतना समय उन्हें नर्क में बिताना होता है और वहां पर जीवो को बहुत ही अधिक यातनाएं दी जाती है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: मनुष्य अपने जीवन में अपने परिवार, पत्नी, माता, अपने बच्चों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए कभी कबार गलत कार्य भी कर देते हैं। रिश्वत लेकर, भ्रष्टाचार करके, उल्टे काम करके धन कमाने की कोशिश करते हैं। धन तो मिल जाता है लेकिन भगवान का एक नियम है गलत कार्य किया हुआ धन भी व्यर्थ ही चला जाता है। घरवाले को किसी को एक बीमारी हो जाएगी।
उसको ठीक करवाने के पीछे लाखों रुपए लग जाएंगे और आपका दो नंबर से कमाया हुआ पैसा ऐसे ही बर्बाद हो जाएगा। उस पैसे को कमाने के लिए आपने जो गलत कार्य किया है। जो बेईमानी की है वह आपके साथ रहेगी। जो आपको नर्क में जाकर भोगनी होगी। संतों की शरण में रहने से हमें पता चलता है कि हमें ऐसे कार्य नहीं करनी चाहिए। वह बेईमानी से कमाया हुआ धन भी नहीं रहता है और पाप कर्म हमारे साथ रह जाते हैं इस वजह से हमें अधिक दुख उठाना पड़ता है।
मनुष्य जीवन हमें भक्ति करने के लिए मिला है। हमें इसे व्यर्थ नहीं करना चाहिए।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: यह बहुत ही अजीब सवाल है इसका जवाब कोई वेद, उपनिषद, गीता में नहीं दिया है। उनमें सारस्वत प्रश्नों के शाश्वत उत्तर हैं।
जन्म क्या है। हो सकता है कि आपके पास उत्तर हो कि किसी आत्मा का किसी शरीर में प्रवेश करना ही जन्म है। लेकिन यह सही उत्तर नहीं है। आत्मा का भी सुख में शरीर होता है। इसीलिए कहते हैं कि आत्मा का सूक्ष्म शरीर को लेकर शरीर में स्थापित संबंध स्थापित हो जाना ही जन्म है।
अब यह सवाल उठता है कि संबंध स्थापित ही कैसे होता है। दरअसल प्राणों के साथ यह संबंध स्थापित होता है और स्थूल शरीर के बीच एक प्राण सेतु की तरह यह होता है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: जन्म के बाद मृत्यु क्या है? आत्मा शरीर को छोड़कर चली जाती है शरीर से आत्मा निकल जाती है और वह उसमें वापस प्रवेश नहीं कर सकती तो सही मृत हो जाता है। इसे ही मृत्यु कहते हैं।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: कर्म और पुनर्जन्म एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं कर्मों के फल के आधार पर ही हमें जन्म मरण और पुनर्जन्म होता है कुछ कर ऐसे होते हैं जिन्हें बोलने के लिए हमें वापस जन्म लेना होता है उसे पुनर्जन्म कहा जाता है।
कई लोगों को पुनः जन्म होने पर अपने पिछले जन्म की याददाश्त होती है और कई लोगों को नहीं होती है।
Marne Ke Baad Kya Hota Hai: कुछ लोगों का मानना है कि पुनर्जन्म नहीं होता है लेकिन पुनर्जन्म होता है आत्मा अलग-अलग शरीर अपने कर्मों के अनुसार धारण करती रहती है।
ये भी पढ़ें – संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य?
ये भी पढ़ें – पाराशर ऋषि ने अपनी पुत्री के साथ
गोविंदा के मैनेजर शशि सिन्हा ने बताया कि अभिनेता अपनी रिवॉल्वर को केस में रख…
Indian Army Day in Hindi: 15 जनवरी का दिन भारत के लिए अहम दिन होता…
National Youth Day: राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) National Youth Day: हर वर्ष…
Gadi Ke Number Se Malik Ka Name गाड़ी नंबर से मालिक यहां से घर बैठे…
Kabir Saheb Nirvan Divas: कबीर परमेश्वर निर्वाण दिवस: यह परमात्मा की ही दया है कि…
Makar Sankranti Hindi: हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति त्योहार का बहुत ही ज्यादा महत्व है. इस…
This website uses cookies.