World Hindi Day: आज कल की हमारी युवा पीढ़ी अंग्रेजी भाषा को ज्यादा और हिंदी भाषा को कम महत्व देती है। माहौल ही ऐसा बन रहा है कि अगर कोई हिंदी भाषा को ज्यादा महत्व दे तो उसे गवार समझा जाता है। जब भारत में हिंदी भाषा बोलने वाले को गवार या उसका बहिष्कार किया जाए तो कैसे हिंदी भाषा विश्व में ऊपर आ सकती है। इस पर विचार करना चाहिए। हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए हर साल देशभर में हिंदी दिवस मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस (Hindi Diwas) 10 जनवरी को हर साल मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने के पीछे दुनिया भर में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करना है।
World Hindi Day: 10 जनवरी एक ऐसा दिन है जब हिंदी भाषा के लिए एक विशेष दिन होता है। जो लोग हिंदी नहीं बोलते हैं वह भी हिंदी भाषा को याद कर लेते हैं। दरअसल देश में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए यह दिवस मनाया जाता है ताकि हर व्यक्ति हिंदी भाषा का महत्व समझ सके।हिंदी भारत की व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और इसका सम्मान करने के लिए इसे एक दिन समर्पित किया गया है जिसे हिंदी दिवस के नाम से जाना जाता है।
बता दें कि बोहर राजेंद्र सिम्हा और अन्य के प्रयासों के कारण, 1949 में भारत की संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत गणराज्य की दो आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया गया था। जिसकी वजह से प्रत्येक वर्ष बोहर राजेंद्र सिम्हा के जन्मदिन के अवसर पर हिंदी दिवस मनाने का ऐलान किया गया।
World Hindi Day: हिंदी दिवस कब है, और क्यों मनाया जाता है? जानिए इसका इतिहास।
Hindi Diwas: महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस सभी लोगों की भाषा कहा था और इसे राष्ट्रभाषा बना बनाने के लिए भी कहा गया। यह भारत देश की राजभाषा मानी जाती है लेकिन यह विश्व में प्रचलित भाषा नहीं है।
World Hindi Day: विश्व हिंदी दिवस क्या है?
1975 में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए, विश्व हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। 1975 से विभिन्न देशों जैसे मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त राज्य अमेरिका ने विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया है। 10 जनवरी 2006 को पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था और जब से इसे वैश्विक भाषा के रूप में प्रचारित करने के लिए 10 जनवरी को विशेष दिवस मनाया जाता है।
भारत में हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में पहली बार मनाया गया। जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने इस ऐतिहासिक दिवस को मनाने के लिए 14 सितंबर का दिन तय किया। विश्व हिंदी दिवस बाद में मनाया जाने लगा।
World Hindi Day: पंडित नेहरू ने 1949 को दिए यह तर्क
World Hindi Diwas: उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 13 सितंबर 1949 को संसद भवन में हिंदी भाषा की चर्चा के दौरान तीन प्रमुख बातें कही थी।
पहली बात यहां की विदेशी भाषा से कोई राष्ट्रीय कभी महान नहीं बन सकता है इसीलिए हमारी मातृभाषा है राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए।
दूसरी बात कि विदेशी भाषा आम लोगों की भाषा नहीं हो सकती हैं आम लोगों की बोलचाल की जो भाषा है वही हमारी राष्ट्रीय भाषा हो।
भारत के हित में, भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने के हित में, राष्ट्रीय बनाने के हित में, जो अपनी आत्मा को पहचाने, जिसे आत्मविश्वास बढ़े तो संसार के साथ सहयोग कर सकें। वह हमारी ( Hindi Diwas) हिंदी भाषा है हमें हिंदी को अपनाना चाहिए।
World Hindi Day: हर साल दुनिया भर में विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है इस दिन को मनाया जाने का मकसद दुनिया भर में हिंदी का प्रचार प्रसार करना है बता दें कि 10 जनवरी 1975 को पहला हिंदी दिवस मनाया गया जो महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था इस सम्मेलन में 120 देशों के लोग शामिल हुए थे इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन ने 10 जनवरी 2006 को हर साल विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी विदेशों में भारतीय दूतावास विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन करते हैं विश्व हिंदी दिवस के अलावा 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है 14 सितंबर 1949 में हिंदी को संविधान में राज्य भाषा का दर्जा दिया था तभी से इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है विश्व के सेवक विश्वविद्यालय में हिंदी पढ़ाई जाती है और पूरी दुनिया में करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं। हिंदी दुनिया भर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है।
World Hindi Day: हिंदी दिवस मनाए जाने का उद्देश्य?
World Hindi Diwas: भारत में हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है के उद्देश्य से लोगों को रूबरू करवाना भी आवश्यक है जब तक पूरी तरह से हिंदी का उपयोग नहीं करेंगे तो हिंदी भाषा का विकास नहीं हो सकता है। हम भारतीय हिंदी भाषा को बोलने में उसका उपयोग करने में शर्म आएंगे तब हम तो हमारे देश की भाषा तो पीछे ही रह जाएगी। हिंदी भाषा के आगे बढ़ने से हर भारतीय का सम्मान होगा।
Hindi Diwas: हम भारतीयों का फर्ज बनता है कि हम हिंदी भाषा को आगे बढ़ाएं। इसी कारण 14 सितंबर को हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही सभी सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है जो लोग हमेशा अंग्रेजी का ही उपयोग करते हैं उन्हें भी हिंदी भाषा का प्रयोग करने के लिए कहा जाता है।
World Hindi Day: क्या होता है हिंदी दिवस पर?
Hindi Diwas: इस दिन सरकारी कार्यालय कार्यालय और विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता और थोड़ा सा कार्यक्रम होता है। जिसमें विद्यार्थियों को हिंदी भाषा का महत्व समझाया जाता है। हिंदी भाषा के आगे आने से भारतीयों को गौरव महसूस होना चाहिए।
वैसे हिंदी दिवस केवल 1 दिन मनाने से कुछ नहीं होता है। हम भारतीयों को हमेशा ही हिंदी भाषा को आगे रखना चाहिए और हिंदी भाषा का अधिक प्रयोग करना चाहिए माना कि अंतरराष्ट्रीय भाषा अंग्रेजी है लेकिन साथ में हिंदी भाषा का महत्व हमें कभी नहीं भूलना चाहिए उसका प्रयोग हमें ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। यह हमारे स्वाभिमान और गौरव का प्रतीक है।
Hindi Diwas : हिंदी दिवस पर कई जगह समारोह होते हैं जिसमें राज राष्ट्रीय भाषा कीर्ति पुरस्कार और राष्ट्रभाषा गौरव पुरस्कार शामिल है यह पुरस्कार किस विभाग या समिति आदि को दिया जाता है।
World Hindi Day: भारत में कौन-कौन सी भाषा बोली जाती है।
आज के दौर में विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा एक समर्थ समर्थ भाषा हिंदी ही है। इंटरनेट सर्च से लेकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हिंदी का दबदबा बढ़ा है। भारत में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है लेकिन अंग्रेजी भाषा का प्रयोग भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा है मॉडल लोग अधिकतर अंग्रेजी भाषा का प्रयोग ही करते हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार लगभग 25 करोड़ भारतीय अपनी मातृभाषा के रूप में हिंदी का उपयोग किया करते हैं लेकिन 42 करोड़ लोग इसकी 50 से अधिक बोलियों में से एक का उपयोग करते हैं। हिंदी की प्रमुख बोलियां अवधी, भोजपुरी, ब्रजभाषा, छत्तीसगढ़ी, गढ़वाली, हरियाणवी, कुमाऊंनी, मगदी और मारवाड़ी भाषाएं शामिल हैं।
World Hindi Day: हिंदी भाषा पर दो लाइन
विविधताओं से भरे इस देश में,
लगी भाषाओं की फुलवारी है।
इनमें हमको सबसे प्यारी
हिंदी मातृभाषा हमारी है।
हिंदी दिवस
ये भी पढ़ें – संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य?
राष्ट्रीय हिंदी दिवस विश्व हिंदी दिवस से कैसे भिन्न है?
अंग्रेजी और मंदारिन के बाद हिंदी दुनिया की व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। भाषाई विविधता के रूप में अंग्रेजी, मंदारिन और स्पेनिश के बाद, हिंदी दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी वैदिक संस्कृत के प्रारंभिक रूप की प्रत्यक्ष वंशज भी है।
हिंदी दिवस 14 सितंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जो हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में घोषित करता है। इस बीच, विश्व हिंदी सम्मेलन या विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी को मनाया जाता है जो हिंदी भाषा पर एक शब्द सम्मेलन है।
World Hindi Day : भारत ऐसे बनेगा विश्व गुरु
World Hindi Day: सभी महान भविष्यवक्ताओं के अनुसार एक ऐसा महापुरुष अवतार हिंदू संत भारत में अवतार ले चुका है जो हिंदी भाषा को विश्व के मंच पर अद्वितीय ख्याति प्राप्त करवाएगा। किंतु हिंदी भाषा के प्रति विश्व का झुकाव रहेगा।
संत रामपाल जी महाराज हिंदी भाषा को विश्व में सम्मान और ख्याति दिलवा देंगे। वर्तमान समय में सभी सदस्यों से प्रमाणित सत्य ज्ञान को प्रमाण कर रहे हैं। सभी धर्म मजहब और जातियों के लोग संत रामपाल जी महाराज से जुड़कर कबीर परमात्मा की भक्ति कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज भारत को विश्व गुरु और महाशक्ति बनाने की ओर अग्रसर है। उनके प्रतिदिन साधना चैनल पर 7:30 से 8:30 तक आप सुन सकते हैं।
Also Read: आ गया नया साल 2022, जानिए कैसे बनाए इस साल को खास!