International Tea Day: दोस्तों आज की theme हमारी International Tea Day पर यह है कि लोग रोजमर्रा की जिंदगी में चाय को कितना महत्व देते हैं, इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई, इसका क्या इतिहास है। भारत के राजस्थान स्टेट में चाय कितनी मात्रा में पी जाती है, इन सब बिंदुओं पर आज हम आपको विशेष जानकारी देंगे।
International Tea Day: इतिहास
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर पहला ITD 2005 में भारत के नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, हां लेकिन 2015 में भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्रीय खाद्य एवं कृषि संगठन को दुनिया भर में पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस के तौर पर प्रस्ताव दिया था। तब से 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाने लगा।
International Tea Day: तिथि
कई देशों में चाय दिवस 15 दिसंबर को मनाया जाता है, लेकिन भारत में यह 21 मई को मनाया जाता है।
International Tea Day: भारत के ऐसे राज्य जहां सुबह की शुरुआत चाय से होती।
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दोस्तों चाय हमारे जीवन में इतना महत्व रखती है कि लोग चाय पीने के लिए 10 किलोमीटर दूर बाइक पर जाकर भी चाय पी कर आ सकते हैं, कुछ लोग तो इतने इंटरेस्टिंग होते हैं कि चाय पीने के लिए चाहे उनके कितने भी पैसे खर्च हुए महंगी से महंगी चाय वह पीने के आदी होते हैं।
International Tea Day: विश्व बाजार में चाय की है काफी मांग
चाय एक ऐसी चीज है जिसे सब लोग पसंद करते हैं इसकी विश्व बाजार में काफी ज्यादा मांग है। पानी के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला यह पदार्थ चाय ही है। जो लोगों की जिंदगी से ऐसे जुड़ा हुआ है। जो अलग नहीं हो सकता। एक अध्ययन के अनुसार माना गया है कि 80% लोग चाय पीते हैं।
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चाय का इस्तेमाल लोग अलग-अलग तरीके से अपने स्वादानुसार करते हैं, पूरे विश्व में अलग अलग तरीके से चाय बनाई जाती है, इनकी 11 विविधताये हैं जिन्हें आप भी आजमा सकते हैं।
कश्मीर के लोग कश्मीरी कहवा चाय बनाते हैं। राजस्थान के लोग अदरक की चाय, तुलसी की चाय, इलायची की चाय और मसाला चाय बनाकर पीते हैं। कुछ विदेशी लोग रोंगा साहो चाय बनाते हैं, लेमनग्रास टी, नींबू चाय, हरी चाय, गुड वाली चाय, मक्खन वाली चाय इस तरह की चाय भी बना कर लोग पिया करते हैं।
गुड वाली चाय सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है। वैसे सभी तरह की चाय सेहत के लिए अच्छी है लेकिन अलग-अलग स्थान के लोग स्थान की विभिनता, वातावरण की विविधता के कारण अलग-अलग तरह की चाय उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छी मानी गई है। हमारे खान पान का हमारे वातावरण से बहुत ही फर्क पड़ता है। इस पर वातावरण बहुत प्रभावकारी होता है।
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International Tea Day: घर पर चाय बनाकर पीने और मार्केट में क्या फर्क है।
घर पर चाय बनाकर पीते हैं, बहुत बार ऐसा होता है कि चाय में वह टेस्ट नहीं आता। आखिर क्यों?
ऐसा इसलिए होता है कि घर पर हम हर प्रकार से बचत करते हैं और चाय के नुकसान के बारे में भी अपने आप सोच लेते हैं और जब हम मार्केट में पीते हैं तो चाय बनाने वाला शख्स यह नहीं सोचता कि चाय नुकसान करती है या इस पर जो चीनी दूध अदरक इलायची की मात्रा कितनी डालनी है इन सब बातों का विशेष ध्यान रखना होता है कुछ चीजें मौसम के हिसाब से सेट हो जाती है लेकिन कुछ चीजें सेट नहीं हो पाती जैसे कि गर्मी के समय में ज्यादा अदरक लॉन्ग काली मिर्च वाली चाय पीना भी नुकसानदायक होता है।
International Tea Day: चाय बनाने की परफेक्ट विधि
दोस्तों घर पर हम बहुत ही अच्छी चाय बना सकते हैं अगर हमें चाय बनाने की यह विधि पता हो, सबसे पहले चाय के पतीले में आधा कप पानी डाल ले तथा उसको गर्म होने दे उसमें हम एक छोटे चम्मच के 70% चाय उबले हुए पानी में डाल दें और उसको कम से कम 1 मिनट तक उबलने दें जब चाय उबल जाए तब आप उसमें इलायची या फिर अदरक इन दोनों में से एक चीज मौसम के अनुसार डाल दें उसके बाद आप अमूल का फुल क्रीम दूध 2 कप पतीले में डाल दें और इसको उबलने दें।
जब चाय का कलर सुनहरा हो जाए और उसमें कम से कम 5 मिनट तक चाय उबल रही हो तब उसमें दो चम्मच चीनी डाल दें, उसके बाद 1 मिनट तक उसमें और उबाल दिलाएं फिर आप उसको दो कप में छानकर पी सकते हैं।