World Cancer Day: विश्व कैंसर दिवस
World Cancer Day Hindi: एक अनुमान के मुताबिक 2005 में 7.6 लाख लोग कैंसर से मौत के आगोश में समा गए थे. लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने लिए हर वर्ष थीम जारी की जाती है। इस वर्ष World Cancer day Theme 2022 ‘Close the Care Gap’ है अभियान का पहला वर्ष दुनिया भर में कैंसर देखभाल में असमानताओं को समझने और पहचानने के बारे में है।
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी पूरे विश्व में समस्या का विषय है और इस बीमारी का इलाज पता करने की जिम्मेदारी न केवल डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की है बल्कि हममें से हर किसी की है.
आइए आज हम कैंसर के बारें में जानें और अन्य लोगों को भी इस भयानक बीमारी के बारें में जागरुक बनाएं.
World Cancer Day 2020 में कब है?
World Cancer Day हर साल 4 फरवरी को लोगो को कैंसर के दुष्परिणामों को चेताने व लोगो को कैंसर के जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष भी World Cancer Day 2020 दिनांक (date) 4 february को मनाया जाएगा।
World Cancer Day: विश्व कैंसर दिवस का इतिहास (History)
World Cancer Day Hindi: यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (Union for International Cancer Control) हर साल विश्व कैंसर दिवस मनाता है। कैंसर दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को इसके प्रति जागरूक करना है। विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत 4 फरवरी 1993 में की।
World Cancer Day Hindi: कैंसर के लक्षण (Symptoms of Cancer)
शरीर के किसी भाग में अचानक ऊतक का बढ़ जाना, शरीर में थकान, मुंह से मवाद आना, पीरियड्स में तकलीफ, कमजोरी, स्तन में अचानक बदलाव इत्यादि इसके लक्षण है।
World Cancer Day Hindi: कैंसर के कारण
Reason of Cancer: कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज़, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज़, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं।
Q. विश्व कैंसर दिवस कब मनाया जाता है?
Ans : 4 जनवरी को मनाया जाता है।
Q. विश्व कैंसर दिवस 2022 की थीम क्या है?
Ans : विश्व कैंसर दिवस थीम 2022 ‘Close the Care Gap’ है।
■ Also Read : Health Benefits of Radish: मूली खाने के फायदे
What is Cancer in Hindi: कैंसर
World Cancer Day Hindi: कैंसर आज दुनिया में एक ऐसी बीमारी बन चुकी है जिसका नाम सुनते ही कई लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाती है. जानकार मानते हैं कि कैंसर लाइलाज नहीं है बस जरूरत है इसका सही समय पर पता चलने की और सही इलाज की. एक आम आदमी के लिए यह जरूर एक लाइलाज बीमारी हो सकती है लेकिन इसका महंगा इलाज इसे अमीर लोगों के लिए साध्य बनाता है. यह समाज के लिए बहुत बुरा है कि कैंसर जैसे रोग भी अमीर और गरीब के बीच अंतर देखते हैं.
Causes of Cancer: कैंसर के लक्षण
आमतौर पर शरीर के किसी भी भाग पर ऊतकों में असामान्य रूप से गांठ बनना या उभार आना कैंसर हो सकता है.कोशिकाओं का असामान्य तौर पर वृद्धि करना और अनियंत्रित रूप से विभाजित होने से कैंसर होता है.कैंसर के किसी भी लक्षण के दिखने पर उसकी जांच तुरंत करवाए जाने की ज़रूरत है और कैंसर के लक्षणों को भी आसानी से पहचाना जा सकता है.
Cancer Causes and Risk Factors: कैंसर का इलाज
World Cancer Day Hindi: कैंसर का पता बायोप्सी नामक टेस्ट से चलता है. इसके बाद कैंसर का पता लगाने के बाद जो इलाज किया जाता है, उसमें कीमोथेरेपी प्रमुख है. कीमोथेरेपी कैंसर के असर को कम करने के लिए दी जाती है. उदाहरण के लिए अगर कैंसर चौथी स्टेज पर हो तो यह थैरेपी इसे दूसरी स्टेज पर ले आती है. यह हर तरह के कैंसर में नहीं दी जा सकती. इसी तरह रेडियोथेरेपी शरीर में कैंसर के ऊतकों को कम करने के लिए दी जाती है.
■ Also Read : Kalpana Chawla Death Hindi: धरती से 16 मिनट की दूरी पर गई थी जान
डॉक्टर मानते हैं कि कैंसर ठीक हो सकता है बशर्ते इसका डटकर सामना किया जाए. हमें इससे डरना नहीं चाहिए. कैंसर पर विजय हासिल करने में इन सुझावों पर ध्यान दें:
- जांच होने के बाद कैंसर के उपचार का पहला अवसर ही सर्वश्रेष्ठ अवसर है. इस अवसर को गंवाना जानलेवा हो सकता है.
- निकट के कैंसर संस्थान का ही उपचार के लिए चयन करें, ताकि आप लम्बे इलाज के लिए आवश्यकतानुसार समय-समय पर अपने विशेषज्ञ के पास पहुंच सकें.
- बॉयोप्सी जांच से कैंसर फैलता नहीं है. इस गलत धारणा के कारण बहुत से लोग अपना उपचार समय से न कराकर मर्ज बढ़ा लेते हैं. बॉयोप्सी से ही कैंसर के प्रकार व संभावित उपचार का निर्धारण होता है.
- कैंसर विशेषज्ञ से रोग की वार्षिक जांच कराते रहने से रोग का प्रारंभिक अवस्था में पता चल जाता है. प्रारंभिक अवस्था में अधिकांश कैंसर पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, बशर्ते आप पूरी तरह से मन लगाकर उपचार में जुट जाएं.
- कैंसर विशेषज्ञ की ही बातों पर अमल करें. गैर-जानकार व्यक्ति की सुनी-सुनाई बातों को सुन आप भ्रमित हो सकते हैं.
■ Also Read : पसीना सेहत के लिए कितना अच्छा या बुरा? पसीना आने से 10 फायदे।
World Cancer Day Hindi: कैंसर की रोकथाम के कुछ उपाय
- ज्यादा तला भुना व वसा युक्त भोजन कम खाएं, इससे ब्रेस्ट व प्रोस्ट्रेट कैंसर का खतरा होता है.
- सिगरेट व शराब का सेवन कम करें इनसे फेफड़ों, सिर व गले के कैंसर का खतरा हो सकता है.
- गर्मियों के मौसम में सूरज की किरणों के संपर्क में आने से बचें, ऐसा करके आप स्किन कैंसर से बच सकते हैं.
- अपनी सुरक्षा के लिए ब्रेस्ट व प्रोस्ट्रेट कैंसर से बचने के लिए कुछ रेगुलर चेकअप कराते रहें.
- स्वस्थ रहने के लिए रोज व्यायाम करें.
- फेफड़ो के कैंसर से बचने के लिए किसी भी प्रकार के केमिकल्स जैसे फंगीसाइड, इंसेक्टिसाइड, पेन्ट, क्लीनर से दूर रहें.
- अपने जीवनसाथी के प्रति वफादार रहें.
■ Also Read : Martyr’s Day जानें कब-कब भारत में मनाया जाता है शहीद दिवस
World Cancer Day Hindi: कैंसर से चिकित्सा के कुछ उपाय
- रेडिएशन्स की मदद से कैंसर को ठीक किया जा सकता है. एक नई चिकित्सा पद्धति के अनुसार अब रेडिएशन्स की मदद से चिकित्सा के दौरान दूसरे शरीर के भागों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
- कीमोथेरेपी की मदद से भी कैंसर का इलाज संभव है.
विश्व को कैंसर मुक्त करने के लिए आप भी कदम बढ़ाएं और खुद तथा अपने सगे सबंधियों को तंबाकू, सिगरेट, शराब आदि से दूर रहने की सलाह दीजिए.
विज्ञान की क्षमता सीमित है, आध्यात्मिकता की असीमित है
एक ओर जहां विज्ञान की सीमा समाप्त होती है और मानव असहाय महसूस करता है, वहीं आध्यात्मिकता में असीमित शक्ति है और हर समस्या का समाधान है । हमें सिर्फ इतना जानना जरूरी है कि हमने मनुष्य जीवन में जन्म लिया है तो हमारा क्या उद्देश्य है । इस जन्म में प्राप्त होने वाले सुख दुख पिछले जन्मों के प्रारब्ध के कारण से होते हैं।
■ Also Read : World Cancer Day पर जानिए क्या है कैंसर का इलाज?
■ संचित पाप पुण्य कर्मों के अनुसार मनुष्य कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ित होता है। पूर्ण गुरु से उपदेश लेकर उनके नियम मर्यादा में रहकर भक्ति करने वाले साधक के घोर से भी घोर पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और उसे रोग मुक्त कर देते हैं।
तत्वदर्शी संत से सतभक्ति समझने और सतनाम दीक्षा लेने से पिछले कर्म काटे जा सकते हैं :-
कबीर, जबही सतनाम हृदय धरो, भयो पाप को नाश।
मानों चिनगी अग्नि की, पड़ी पुराने घास॥
वर्तमान में पाप नाश कराने वाले तत्वदर्शी संत कौन हैं?
तत्वदर्शी सन्त वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है वह वेद के जानने वाला कहा जाता है ।
सतगुरु के लक्षण कहु, मधुरे बैन विनोद।
चार वेद, छठ शास्त्र, कहे अठारह बोध।
वर्तमान में जगतगुरु रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र पूर्ण तत्वदर्शी संत हैं जो सभी शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान देकर सत भक्ति साधना बताते हैं । आज लाखों लोग तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के तत्वज्ञान को सुनकर, समझ कर उनके बताए अनुसार शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना कर समस्त प्रकार के दुखों से छुटकारा पा रहे हैं तथा सुखमय जीवन जी रहे हैं।
कैंसर जैसी लाइलाज नाना बीमारियों से पीड़ित हजारों लोग हैं जो संत रामपाल जी महाराज जी से शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना लेकर भक्ति करने से ठीक हो गए हैं। आप भी सतभक्ति और नामदान दीक्षा उपदेश लेकर पाप मुक्त होकर स्वस्थ सुखी जीवन जियें और अंतिम सांस तक सत भक्ति करके मोक्ष प्राप्त करें।
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। साधना चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे।
संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं। अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट पर जाएं Jagatguru Rampal Ji पर जाए तथा आध्यात्मिक ज्ञान की पुस्तकों जीने की राह या ज्ञान गंगा को नि:शुल्क आर्डर करें।